लखनऊ। शिवपाल यादव की सपा में इंट्री होगी या नहीं लेकिन इतना तय है कि शिवपाल यादव अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रसपा को नहीं छोड़ रहे हैं बल्कि उसे आगे बढ़ाने के लिए मेहनत कर रहे हैं। मुलायम की कोशिशों को उनके भाई शिवपाल यादव ने झटका देते हुए साफ कर दिया है कि वह फिलहाल सपा में वापसी करने नहीं जा रहे हैं और न ही उनकी पार्टी का सपा में विलय होने जा रहा है।
उन्होंने लखनऊ स्थित पार्टी दफ्तर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सारी स्थितियों से पर्दा उठाते हुए कहा कि उनकी पार्टी 2022 विधान सभा चुनाव में अकेले चुनाव लडऩे जा रहे हैं। उन्होंने लोसभा चुनाव में मिली हार के बाद उन्होंने पार्टी की हार की समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस चुनाव में केवल तीन महीने पुरानी थी लेकिन अब उनके पास काफी समय है कि वह विधानसभा चुनावों में हम मजबूती से लड़ेंगे और प्रदेश सरकार बनाएंगे लेकिन उन्होंने कहा कि उनकी ताकत को सबकों अंदाजा हो गया है।
उधर शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच दूरियां लगातार बढ़ रही है। खबरों के मुताबिक जब मुलायम को देखने शिवपाल उनके आवास पर गए थे तब वहां अखिलेश भी मौजूद थे लेकिन दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है। अब अगर शिवपाल यादव की पार्टी प्रसपा अकेलीे चुनाव लड़ती है तो एक बार फिर अखिलेश के लिए नई चुनौती सामने आयेगी।