न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल का असर अब देश के अन्य हिस्सों में भी दिखना शुरू हो गया है। कोलकाता से शुरू हुई डॉक्टरों की हड़ताल अब पूरे देश में फैल रही हैं। दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और केरल तक के शहरों में डॉक्टर सड़कों पर उतर आए हैं। डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों का बुरा हाल है। कई अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी गई हैं। जिसके वजह मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है।
बंगाल में 126 डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल, दार्जिलिंग के कुल 27 डॉक्टरों ने अबतक राज्य में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा के विरोध में इस्तीफा दिया। दिल्ली के एम्स में डॉक्टर विरोध स्वरूप हेलमेट पहलकर इमरजेंसी केस हैंडल कर रहे हैं। वहीं, सर गंगाराम हॉस्पिटल के डॉक्टर फोरम सोसाइटी ने बताया कि हमारे सभी डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ बंगाल के डॉक्टरों का पूरा समर्थन कर रहे हैं। गंगाराम अस्पताल के सभी प्राइवेट ओपीडी क्लिनिक आज बंद रहेंगे।
वहीं दूसरी आरे पश्चिम बंगाल में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल के बीच कलकत्ता हाईकोर्ट ने बड़ा आदेश दिया है। हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार को कहा है कि वह तुरंत हड़ताल कर रहे डॉक्टरों से बातचीत करे और मामले को सुलझाए। इतना ही नहीं हाईकोर्ट ने ममता सरकार से पूछा है कि उन्होंने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए हैं।
इय बीच एक्ट्रेस और फिल्म मेकर अपर्णा सेन भी डॉक्टरों के विरोध में शामिल हो गई हैं। अपर्णा सेन ने कहा है कि डॉक्टरों के साथ हुई इस हिंसा के विरोध मैं राज्य सरकार से कोई भी अवार्ड नहीं लूंगी।
कोलकाता के डॉक्टरों के समर्थन में दिल्ली के डॉक्टर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से मिलने पहुंचे। डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. हर्षवर्धन से मुलाकात कर अपनी बात रखी और ममता सरकार की शिकायत की। हर्षवर्धन ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की धमकी और अल्टीमेटम से देश भर के डॉक्टरों में गुस्सा है।
हर्षवर्धन ने कहा है कि ममता की धमकी की वजह से ही कोलकाता के साथ-साथ पूरे देश के डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। ऐसे में ममता बनर्जी को अपने रवैये में बदलाव लाना चाहिए ताकि मरीजों की परेशानी दूर हो सके। हर्षवर्धन ने डॉक्टरों से भी अपनी हड़ताल जल्द से जल्द तोड़ने की अपील की है।
दरअसल, बंगाल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुई मारपीट की घटना से मेडिकल एसोसिएशन में गुस्सा है, जिसके बाद यहां के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं तो वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डॉक्टरों पर ही हमलावर हैं। मामला इतना बढ़ गया है कि अदालत तक पहुंच गया है, हड़ताल को लेकल कलकत्ता हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई है जिसपर कोर्ट ने ममता सरकार को डॉक्टरों से बात करने को कहा है।