स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार सपा के कुनबे रार देखने को मिल रही है। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद सपा में बदलाव के कयास लगाये जा रहे हैं। इस वजह से मुलायम दोबारा पार्टी में सक्रिय होते नजर आये हैं। दरअसल जिस पार्टी को बनाने में मुलायम ने दिन-रात एक कर दिये थे वहीं पार्टी हाशिये जा पहुंची है। लगातार दो लोकसभा चुनाव और एक विधानसभा चुनाव हारने के बाद अखिलेश यादव पर भी अच्छा-खासा दबाव बनता दिख रहा है।
आलम तो यह है कि मुलायम अब चाहते हैं कि सपा का कुनबा फिर से एक हो इसके लिए शिवपाल की वापसी के लिए वह लगातार विकल्प तलाश रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें इसमें कामयाबी नहीं मिली है। इतना ही नहीं मुलायम बीमार पड़ गए है और उनका हालचाल लेने के लिए शिवपाल यादव उनके घर पहुंचे थे। रोचक बात यह है कि इस दौरान अखिलेश यादव भी मौजूद थे लेकिन दोनों की नजरे एक बार नहीं मिली है।
इसके आलावा अखिलेश ने सोशल मीडिया पर जो तस्वीर शेयर की थी उसमें से भी शिवपाल यादव गायब थे। इसके बाद शिवपाल की वापसी पर ग्रहण लग गया था। सूत्र बता रहे हैं कि अखिलेश यादव उनकी वापसी को लेकर अभी भी कुछ नहीं बोल रहे हैं तो दूसरी ओर शिवपाल यादव अपने भाई की बात को मानकर वापसी करना चाहते हैं लेकिन पार्टी में उनकी हैसियत के हिसाब पद भी हो तभी इसपर विचार करेंगे।
शिवपाल किसी भी कीमत पर वह इस बार झुकना नहीं चाहते हैं। अपनी शर्तों पर वापसी के बारे में सोच रहे हैं जबकि दूसरी ओर अखिलेश नहीं चाहते हैं एक बार फिर सत्ता को लेकर संघर्ष करना पड़े। अखिलेश के खेमे का इशारा साफ है कि सत्ता के कई केंद्र बनें ऐसी स्थिति सपा में फिर न आये। इतना ही नहीं अखिलेश के खेमे को यह भी लगता है कि शिवपाल की वापसी से सपा में एक बार फिर एकाधिकार और वर्चस्व खेल हो सकता है।
उधर शिवपाल भी अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रसपा के साथ बैठक करने में लगे हुए है। उनका साफ संकेत है कि वह दोबारा वापसी नहीं करने जा रहे हैं। उधर मुलायम को अब भी लगता है कि शिवपाल उनके लिए अहम है।