न्यूज़ डेस्क
मेडिकल की 66000 सीटों पर नीट ने परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए है। इस बार सामान्य वर्ग के गरीब छात्रों को आर्थिक आधार पर आरक्षण का लाभ मिलेगा।
आरक्षण का लाभ पाने के लिए छात्रों को मेडिकल या डेंटल सीट आवंटन की काउंसिल रजिस्ट्रेशन और काउंसलिंग के समय कमजोर आय वर्ग का सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
इन्हें मिलेगा आरक्षण का लाभ
- ऐसे परिवार, जिनकी सालाना आय आठ लाख या उससे कम होगी।
- जिनके पास पांच एकड़ या उससे कम कृषि योग्य भूमि है।
- ऐसे परिवार, जिनके पास एक हजार वर्ग फीट या उससे कम का मकान है।
- अधिसूचित नगरीय क्षेत्र में जिनके पास 100 गज का प्लॉट है।
- गैर-अधिसूचित नगरीय क्षेत्र में 200 या उससे कम का प्लॉट है।
- जो अभी तक किसी भी तरह के आरक्षण के अंतर्गत नहीं आते थे।
विभिन्न मेडिकल कॉलेज में काउन्सलिंग के लिए छात्रों को केंद्र सरकार के अधीनस्थ डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ़ हेल्थ सर्विसेज पंद्रह फीसदी सीटों पर आल इंडिया कोटा सीट के तहत काउन्सलिंग करवाएगा। इसमें सेंट्रल यूनिवर्सिटी एएफएमसी, बीएचयू , एएमयू में दाखिले के लिए सीट अलॅाट होगी।
इस बार नीट परीक्षा का आयोजन एनटीए द्वारा किया गया था, जिसमे परीक्षा में 797042 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसमें राजस्थान के नलिन खंडेलवाल ने 701 (99.9%) अंक हासिल कर टॉप किया है। वहीं, महाराष्ट्र के भट सार्थक राघवेंद्र 695 अंकों के साथ राज्य में टॉपर रहे हैं। साथ ही अखिल भारतीय स्तर पर छठा स्थान प्राप्त किया है। लड़कियों में तेलंगाना की माधुरी रेड्डी टॉपर रहीं, उन्होंने अखिल भारतीय स्तर पर सातवां स्थान प्राप्त किया है।
दिल्ली का प्रदर्शन अव्वल
राज्यों के प्रदर्शन में दिल्ली का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा है। दिल्ली से परीक्षा में 30215 छात्र बैठे और 22638 उत्तीर्ण हुए। पिछले साल दिल्ली में 73.73 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए थे जो इस बार बढ़कर 74.92 फीसदी पर पहुंच गया।
छात्रों में काउंसलिंग के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर आवेदन करने होंगे। दाखिला काउंसलिंग का आयोजन डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज (डीजीएचएस) द्बारा किया जाता है।
महाराष्ट्र में उत्तीर्ण छात्रों में आई कमी
महाराष्ट्र में इस बार उत्तीर्ण होने वालों छात्रों के प्रतिशतता में कमी आई है। इस बार नीट परीक्षा के लिए 216176 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया था, जिसमें 206745 छात्रों ने परीक्षा दी और 81171 उत्तीर्ण हुए। पिछले साल महाराष्ट्र से 39.57 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए थे जबकि इस साल 39.26 फीसदी छात्र ही उत्तीर्ण हुए है।