न्यूज डेस्क
केरल के कोच्चि में एक निपाह वायरस का मामला सामने आया है। यहां 23 साल के एक युवक को निपाह वायरस के शक में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, इसकी पुष्टि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) से जांच रिपोर्ट के आने के बाद ही होगी।
फिलहाल युवक को एर्नाकुलम के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छात्र के खून के सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है। सरकार को रिर्पोट आने का इंतजार है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कहा कि कोच्चि के कलामसेरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अलग वार्ड बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और एर्नाकुलम जिले के अधिकारियों ने स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक भी की है।
उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, छात्र के संबंध में रहने वाले सभी लोगों की जानकारी इकट्ठा कर ली गई। स्वास्थ्य विभाग हर तरह की परिस्थिति को संभालने के लिए तैयार है। इस बीमारी से निपटने के लिए एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज में अलग से वॉर्ड बना दिया गया है।
क्या है निपाह वायरस?
निपा वायरस संक्रमण (एनआईवी) निपा वायरस के कारण एक वायरल संक्रमण है। सबसे पहले यह वायरस टेरोपस जीन्स नामक नस्ल के चमगादड़ में मिला था। यह पहली बार 1998 में मलेशिया के कांपुंग सुंगई में फैला था। जिसका असर सबसे ज्यादा सुअर में देखा गया। इसके बाद साल 2014 में बांग्लादेश में इंसानों में यह फैला था। यह वायरस आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंच जाता है। इससे पीड़ित लोगों को सांस लेने में समस्या होती है।
निपाह वायरस को ‘निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस’ भी कहा जाता है।
कैसे फैलता है निपाह वायरस
निपाह वायरस जानवरों और इंसानों में फैलने वाला एक गंभीर संक्रमण है। यह वायरस हेंड्रा वायरस से संबंधित है। जो कि घोड़ों और इंसानों के वायरस इंफेक्शन से संबंधित है। इतना ही नहीं खजूर की खेती करने वालों को भी यह जल्द ही अपनी चपेट में ले लेता है।
लक्षण
निपाह वायरस एन्सेफलाइटिस से जुड़ा हुआ है। यह सभी लक्षण 24-28 घंटे में नजर आने लगते है। कई रोगियों को सांस लेने में भी समस्या होती है। इसके अलावा ब्रेन में सूजन, बुखार, सिरदर्द, मानसिक भ्रम, कोमा और उल्टी आने से इसका पता चलता है।
ऐसे करें बचाव
इस बीमारी से बचने के लिए फलों, खासकर खजूर खाने से बचना चाहिए। पेड़ से गिरे फलों को नहीं खाना चाहिए। जानवरों से दूरी बनाए रखनी चाहिए। साथ ही संक्रमित व्यक्ति से दूरा बनाएं रखना भी