हिन्दू धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत महत्व है। तुलसी को शास्त्रों में न केवल पूजनीय माना गया है बल्कि ये कई बीमारियों में भी रामबाण का काम करती है। तुलसी जी के पत्तों में खास औषधीय गुण भी विधमान हैं। इसलिए पूजा के अलावा इसके पत्तों को दवाई के रूप में तोड़ा जाता है।
परंतु क्या आप जानते हैं कि तुलसी के पत्ते तोड़ने के नियम क्या हैं? तो आगे इसे जानते हैं।
जानिए किस दिन न तोड़े तुलसी का पत्ता
तुलसी के पत्ते हमारे जीवन में एक वरदान की तरह है लेकिन इन पत्तों को कुछ खास दिन को नहीं तोड़नी चाहिए। जैसे चंद्रगहण, एकादशी और रविवार के दिन तुलसी के पत्तियों को नहीं तोड़ना चाहिए। सूरज ढ़लने के बाद भी तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए।
हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि अगर हमारे हर में कोई विशेष पूजा या कार्यक्रम हो रहा हो तो उसमें तुलसी के पत्तियों का इस्तेमाल करना जरूरी होता है वरना पूजा सफल नहीं हो पाता है।
घर में तुलसी का पौधा रखना शुभ माना जाता है। घर में पौधा लाने के बाद हर दिन सुबह-शाम दीपक जलाकर पूजा करनी चाहिए। घर के आंगन में तुलसी के रहने से नकारात्मक का प्रवेश नहीं होता है।
बिहार: नीतीश मंत्रिमंडल में शामिल हुए 8 नए मंत्री
तुलसी के पत्ते का रोजाना खाली पेट सेवन करने से सेहत सही रहती है। यह आपको कई रोगों से बचाता था। खून साफ रहता है आपके बाल झड़ने कम हो जाते हैं।