मल्लिका दूबे
गोरखपुर। यूपी में लोकसभा चुनाव से पहले जब समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच सीटों को लेकर तालमेल हुआ तो पूर्वी यूपी में बसपा के हिस्से लड़ने के लिए अधिक सीटें आयी थीं। इसे लेकर सपा के स्थानीय नेता अंदरुनी तौर पर नाराज थे लेकिन पार्टी प्रमुख के निर्णय पर खुलकर बोलने की हिमाकत किसी ने नहीं की।
अब जबकि परिणामों ने सबकुछ उजागर कर दिया है, आंकड़े बसपा के इस अंचल में हकदारी को सही साबित कर रहे हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ को छोड़ सपा को एक भी सीट नहीं मिली है। जबकि, बसपा ने यूपी में जिन दस संसदीय क्षेत्रों में जीत हासिल की है उनमें से छह पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं।
पूर्वी यूपी में बसपा ने छह जबकि सपा को मिली सिर्फ एक सीट
पूर्वांचल में मोदी वोट बैंक के जबरदस्त जादू के बावजूद बसपा ने छह संसदीय क्षेत्रों में कामयाबी हासिल की। अम्बेडकर नगर से रीतेश पांडेय, गाजीपुर से अफजाल अंसारी, घोषी से अतुल कुमार सिंह, लालगंज से संगीता आजाद, जौनपुर से श्याम सिंह यादव और श्रावस्ती से राम शिरोमणि बसपा के हाथी पर सवार होकर संसद पहुंचने में कामयाब हुए हैं। उधर समाजवादी पार्टी के लिए इस अंचल में एकमात्र जीत पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने आजमगढ़ से हासिल की।
सपा की तुलना में बसपा के प्रत्याशी रहे अधिक लड़ाके
पूर्वी उत्तर प्रदेश में गठबंधन के जिन प्रत्याशियों की हार हुई है, उनमें बसपा के प्रत्याशी अधिक लड़ाके साबित हुए हैं। जबकि, सपा के प्रत्याशी मार्जिन और वोटों के अंतर में दूर छिटके नजर आ रहे हैं। पूर्वी यूपी के संतकबीरनगर और बस्ती में बसपा के प्रत्याशी आखिरी वक्त तक जबरदस्त घमासान करते हुए बीजेपी के विजयी प्रत्याशियों की सांसें अटकाए रहे।
संतकबीरनगर में बसपा प्रत्याशी भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी की हार का फासला महज 3.36 फीसदी मतों का जबकि बस्ती में रामप्रसाद चौधरी की हार का अंतर तो 2.88 प्रतिशत मतों का ही रहा। डुमरियागंज में बसपा प्रत्याशी आफताब आलम, 10.69 प्रतिशत, सलेमपुर में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा 12.21 प्रतिशत, बांसगांव में सदल प्रसाद 15.84 प्रतिशत तथा देवरिया में नियाज अहमद 24.62 प्रतिशत मतों के अंतर से पराजित हुए।
दूसरी तरफ सपा के पराजित प्रत्याशियों का रिकार्ड देखें तो उप चुनाव में सपा के कब्जे में रही गोरखपुर संसदीय सीट पर पार्टी के प्रत्याशी रामभुआल निषाद 25.47 प्रतिशत मतों के अंतर से हार गये। इसी तरह महराजगंज में सपा के पूर्व सांसद अखिलेश सिंह 27.75 प्रतिशत तथा कुशीनगर में नथुनी प्रसाद कुशवाहा 32.05 प्रतिशत मतों के फासले से चुनाव हारे। सपा के इन तीनों प्रत्याशियों के हार का अंतर तीन लाख से अधिक वोटों का रहा। जबकि बसपा के संतकबीरनगर और बस्ती के प्रत्याशी 35 और 30 हजार मतों के अंतर से ही पराजित हुए।