न्यूज डेस्क
यूपी में लोकसभा की सभी सीटों पर मतगणना चल रही है। रुझानों में बीजेपी और एनडीए की बड़ी जीत की ओर बढ़ने के संकेत मिलने के बाद कांग्रेस ने कहा कि वह रुझानों से निराश है। काशी में पीएम मोदी आगे चल रहे हैं, तो अमेठी में राहुल गांधी पिछड़ते जा रहे हैं। रुझानों के मुताबिक एनडीए 300 से अधिक सीटों पर आगे चल रहा है, जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला संप्रग 100 का आंकड़ा भी छू नहीं पाया है।
वहीं, उत्तर प्रदेश की बात करें तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा का जादू यहां नहीं चला है। यूपी में बीजेपी गठबंधन 54, महागठबंधन 24 और कांग्रेस 2 सीट पर आगे चल रही है। सीटों के लिहाज से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश के नतीजों पर सबकी नजरें हैं।
सूबे की राजनीति में गर्त में जा चुकी कांग्रेस को उम्मीद थी कि प्रियंका के आने के बाद पार्टी जनता के दिल में जगह बना पाएगी, लेकिन लोकसभा चुनाव के रूझान देखने के बाद साफ दिख रहा है कि जनता ने प्रियंका गांधी को सिरे से नकार दिया है।
जानकारों की माने तो कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी को लेट एंट्री कराई, जिसके वजह से उनका प्रभाव ज्यादा नहीं पड़ पाया। इसके अलावा यूपी में कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के साथ प्रियंका के खुद को नहीं जोड़ पाई।
इसके अलावा प्रियंका अक्सर अपने बयानों से इस बात का संकेत देती रही कि वो इस लोकसभा चुनाव की तैयारी नहीं कर रही हैं बल्कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही हैं।
साथ ही प्रियंका गांधी ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के भरोसा जताने के बजाए दूसरे दलों से आए नेताओं पर ज्यादा विश्वास दिखाया, जिसके वजह उनके पार्टी के नेता नाराज हो गए, इसका खामियाजा पार्टी को यूपी में भुगतना पड़ा।