पॉलीटिकल डेस्क
लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी-शाह को कही चुनौती मिली तो वह था पश्चिम बंगाल। 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से मोदी-शाह को जमकर चुनौती मिली। फिलहाल मोदी-शाह की रणनीति बंगाल में कामयाब होती दिख रही है। शुरुआती रूझान में बीजेपी 18 सीटों पर आगे हैं।
उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के बाद बीजेपी ने अनुमान जताया था कि उन्हें 20 तक का नुकसान हो सकता है। बीजेपी उसकी भरपाई पश्चिम बंगाल से करना चाहती थी। और ऐसा ही हुआ।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पिछले दो साल से बूथ स्तर पर काम कर रहे थे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार रैली। चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने कहा भी था कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी 23-24 सीटों पर जीतने जा रही है। फिलहाल बीजेपी पश्चिम बंगाल में 18 सीटों पर जीतती दिख रही है।
बीजेपी को सबसे ज्यादा फायदा पश्चिम बंगाल में दिख रहा है जहां इस पूरे चुनाव में जमकर हिंसा हुई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली को नहीं होने दिया गया। उसके बाद रोडशो में जमकर हिंसा हुई जिसके कारण चुनाव आयोग को 20 घंटे पहले ही प्रदेश में प्रचार पर रोक लगानी पड़ी।
पश्चिम बंगाल में पहली बार धर्म के नाम पर चुनाव हुआ। बीजेपी ने हिंदू वोटों के धु्रवीकरण के लिए सारे हथकंडे अपनाए और उसमें वह कामयाब भी हुई। बंगाल की जनता ने भगवा पर भरोसा जताया है।
2014 में बीजेपी को पश्चिम बंगाल में मात्र दो सीटे मिली थी तो वहीं टीएमसी को 34 सीटे। इस बार मोदी की सुनामी में वामपंथियों के गढ़ में भगवा कब्जा करने में कामयाब रहा।