लोकसभा चुनाव 2019 में पिछले डेढ़ माह से एक सन्यासी युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिये सोशल मीडिया और प्रत्यक्ष संवाद के माध्यम से बैजनाथ क्षेत्र में घूम घूम कर लोगो को मतदान के महत्व को बता रहे थे।
डिजिटल बाबा के नाम से सोशल मीडिया में मशहूर युवा सन्त स्वामी राम शंकर दास महाराज ने 19 मई को 32 वर्ष की आयु में पहली बार हिमाचल के बैजनाथ में मतदान किया।
बाबा ने पढ़ाई करते समय ही संन्यास ले लिया था जिसके बाद वे देश भर के अनेक राज्यों में सनातन धर्म,आध्यात्म योग का अध्ययन करते रहे इसके लिये लगातार देश भर में एक जगह से दूसरे जगह रहना पड़ा। कोई स्थायी निवास न होने से डिजिटल बाबा कभी मतदान नही कर सके।
बाबा कहते हैं जब सामाजिक रूप से परिपक्व हुआ तब पहली बार 2014 के लोक सभा चुनाव में उम्र से पात्र हो कर भी मतदान न कर पाना मेरे लिये बहुत दुःखद अनुभव रहा।
आज मतदान कर मुझे बेहद ख़ुशी हो रही हैं।इससे ठीक पहले के लोकसभा चुनाव, विधानसभा चुनाव में हम मतदान न कर पाने की वजह से मन मे बहुत ग्लानि भाव भरा था। आज मतदान कर मेरा स्वाभिमान आत्मसम्मान बहुत मज़बूत हुआ।
डिजिटल बाबा हिमाचल के बैजनाथ में पिछले ढाई वर्ष से स्थायी रूप में रह रहे है वर्ष के अधिकतर माह बैजनाथ स्थित अपनी कुटियाँ मेंरहते हैं। समय समय पर देश के विभिन्न भागों में जा कर धर्म आध्यात्म योग पर व्यख्यान प्रदान करते रहते हैं।
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