न्यूज़ डेस्क।
वो जिन्दगी की आखिरी सांसें ले रही है। उसके शरीर का अधिकांश हिस्सा जल चुका है। लेकिन वह खुश है ख़ुशी इस बात की है कि अब कोई उसका रेप नहीं करेगा। जी हां, यह कोई मनगढ़ंत कहानी नहीं है बल्कि हमारे बीच की ही एक लाचार महिला की कहानी है।
महिला का इलाज दिल्ली के एक अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल में सब उसके विषय में बात कर रहे हैं। महिला हापुड़ की रहने वाली है। जिसे कई-कई बार अपनों ने बेचा। सालों साल लोगों ने बलात्कार किया। जब यह सब उसके लिए असहनीय हो गया, तो उसने खुद को आग लगाकर खत्म करना चाहा। वह मरने की दुआ मांग रही है। साथ ही खुश है कि कम से कम अब कोई उसका रेप नहीं करेगा।
ये है मामला
2009 में पिता और बुआ ने महज 14 साल की उम्र में पीड़िता की शादी उम्र में कही बड़े शख्स से कर दी। बाद में पता चला कि जिसे वह शादी समझ रही थी, वह वास्तव में एक सौदा था। मासूम को उसकी बुआ और पिता ने ही बेच दिया था। एक साल में ही रिश्ता टूट गया। इसके बाद पिता और बुआ ने बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के एक युवक से 10 हजार रुपये लेकर उसका दोबारा विवाह करा दिया।
उसके पति ने एक गांव निवासी बाबू पुत्र राजवीर से कुछ रुपये उधार लिए थे। रकम नहीं चुकाने पर बाबू ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। मामले की जानकारी देने पर भी पति खामोश रहा।
इसके बाद शुरू हुआ यातनाओं का सिलसिला। एक के बाद एक कर 16 लोगों ने उससे बलात्कार किया। किसी को बताने पर जान से मारने से पहले तेजाब डाल हत्या की धमकियां देने लगे। इस सबसे परेशान पीड़िता ने जिंदगी ही खत्म करने का सही समझा और खुद को आग लगा ली।
महिला इस कदर लाचार थी कि उसे अपने बच्चों की भी सुध ना रही। महिला तीनों बच्चों को वो पाल रही थी। उसके पहले पति से एक बच्चा है, पिता ने जिसके पास बेचा उससे एक बच्चा है, फिर तीसरा बच्चा उसके साथ रेप करने वाले किसी आदमी का है।
इस घटना के सामने आने के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानथ को एक चिट्ठी लिखकर कार्रवाई की मांग की है।