न्यूज डेस्क
बीजेपी कार्यकर्ता प्रियंका शर्मा को सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मीम शेयर करना भारी पड़ गया। 11 अप्रैल को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अब प्रियंका अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एक बदली हुई तस्वीर (मीम) सोशल मीडिया पर साझा करने पर प्रियंका शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जिसकी काफी आलोचना हुई थी और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले बताया गया। फिलहाल गिरफ्तारी के विरोध में सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और कोर्ट इस मामले पर 14 मई को सुनवाई के लिए तैयार हो गया है।
बार एंड बेंच की खबर के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ता की पैरवी करने वाले वरिष्ठ वकील नीरज किशन कौल ने इस मामले का उल्लेख जस्टिस इंदिरा बनर्जी और जस्टिस संजीव खन्ना की अवकाशकालीन बेंच के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए किया।
कौल ने दावा किया कि राज्य पुलिस द्वारा वकीलों पर ‘क्रूर हमले’ के बाद 25 अप्रैल से पश्चिम बंगाल राज्य में कानूनी कार्य को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल के कारण उनके पास राज्य में किसी भी कानूनी उपाय का कोई सहारा नहीं है और इसलिए उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।