न्यूज़ डेस्क
राजस्थान के अलवर जिले में पति को बंधक बनाकर पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो वायरल करने के मामले को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मीडिया से उन्होंने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए डीजीपी को खुद जांच की निगरानी करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मामले में प्रयागपुरा निवासी 22 वर्षीय इंद्रराज गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक अन्य युवक मुकेश गुर्जर को वीडियो वायरल करने के मामले में पकड़ा गया है। इससे पहले मामले में मंगलवार शाम 5 पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
आरोप है कि थानागाजी थाना पुलिस ने 2 मई को केस दर्ज किया, लेकिन चुनावों के कारण घटना को दबाए रखा। लापरवाही बरतने के आरोप में थानागाजी थाने के प्रभारी सरदार सिंह को निलंबित किया गया, जबकि एएसआई रूपनारायण, सिपाही राम रतन, महेश कुमार और राजेंद्र को लाइन हाजिर कर दिया गया।
देर शाम को ही प्रदेश सरकार ने एसपी राजीव पंचार को भी हटा दिया। हालांकि ऐसा करने के पीछे कार्मिक विभाग ने प्रशासनिक कारण बताया।
डीजीपी कपिल गर्ग ने जयपुर में पुलिस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि मामले में एक आरोपी इंद्रराज गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपी नामजद कर लिए हैं और जल्द गिरफ्तार होंगे। उन्होंने मामले को दबाने की बात से इनकार किया।
हालांकि उन्होंने कहा कि थाने में 29 पुलिस कर्मचारियों का स्टाफ है। सभी पुलिस कर्मचारियों की जांच की जाएगी। इसके लिए एक टीम का गठन किया गया है। मामला 26 अप्रैल का है और 30 अप्रैल को एसपी को जानकारी मिली थी। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन लाल सैनी का कहना है मामले को दबाए रखने के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
पीड़िता ने सुनाई दहशत की कहानी
पीड़िता ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि वह 26 अप्रैल को दोपहर 3 बजे पति के साथ शॉपिंग के लिए बाइक पर गांव लालवाड़ी से तालवृक्ष जा रही थी। थानागाजी- अलवर बाइपास रोड पर दुहार चौगान वाले रास्ते से कुछ दूरी पर 5 युवकों ने उनकी बाइक के आगे अपनी 2 बाइक लगाकर रोक लिया।
आरोपी युवक 20 से 25 साल की उम्र के थे। युवक महिला और उसके पति को जबरन रेत के बड़े टीलों की तरफ ले गए। वहां पति से मारपीट की और बंधक बना लिया। बाद में पांचों युवकों ने महिला से सामूहिक दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसके साथ 3 घंटे तक दरिंदगी करते रहे। साथ ही कुल 11 वीडियो लीक करने की धमकी दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता का पति जयपुर में काम करता है, जबकि पत्नी अपने मायके में ही रहती है।
पीड़ित महिला के देवर ने बताया कि पांच आरोपियों ने दंपति को रेत के टीले के पीछे ले जाकर उनके कपड़े उतरवाए और वीडियो बनाए। मेरे भाई को डंडों से पीटा, जब भाभी ने बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी पीटा। पति को बचाने के लिए वे दरिंदगी सहती रहीं। पांचों आरोपियों ने एक- एक कर उनके साथ दुष्कर्म किया। उन लोगों ने दो हजार रुपये भी लूट लिए।
घटना के बाद से ही भाई- भाभी सदमे में थे और परिवार को 3 तीन दिन बाद जानकारी दी। आरोपियों में से एक ने फोन कर फिरौती मांगी और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। फिर सोमवार को आरोपियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया।
वारदात के करीब 4 चार दिन बाद पीड़ित दंपति 30 अप्रैल को अलवर के एसपी के पास पहुंचे। जिसके बाद दो मई को थानागाजी पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ। घटना का वीडियो 6 मई को वायरल कर दिया गया।
आरोपियों की तलाश के लगी 14 टीम
सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपी इंद्रराज गुर्जर (22) और वीडियो वायरल करने के आरोपी मुकेश गुर्जर को पकड़ा गया है। अभी तक कुल तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं। वहीं अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए अलवर, जयपुर ग्रामीण, दौसा जिलों के पुलिसकर्मियों की कुल 14 टीमें लगाई गई हैं। उधर, राजस्थान सरकार ने पीड़िता को 4.12 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है।
आरोपी एक- दूसरे को नाम से पुकार रहे थे
पीड़िता ने अपनी लिखित शिकायत में बताया है कि युवक एक-दूसरे को नाम से पुकार रहे थे, जिसमें छोटे लाल उर्फ सचिन, जीतू और अशोक थे। पति ने बताया कि इनमें आरोपी छोटेलाल गुर्जर गांव कराणा थाना बानसूर और अशोक गुर्जर बानसूर का रहने वाला है और इन्होंने बार- बार फोन कर वीडियो वायरल करने की धमकी देने के लिए फोन किए।
उन्होंने 30 अप्रैल को 10 हजार रुपये भी वसूले। लेकिन जब आरोपियों ने दोबारा पैसों की मांग की तो पीड़ित मदद के लिए पुलिस के पास पहुंचे।