न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव में बड़बोले नेताओं पर दनादन कार्रवाई कर रहा चुनाव आयोग (EC) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में क्लीन चिट दे दी है। EC ने कहा है कि पीएम मोदी ने किसी तरह की आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है।
हालांकि, आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में EC ने कार्रवाई करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) और रामपुर से महागठबंधन प्रत्याशी आजम खान पर फिर से 48 घंटे का बैन लगाया है।
बीजेपी अध्यक्ष पर 72 घंटे का बैन
इसके अलावा चुनाव आयोग ने अब गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष जीतू वघानी पर 72 घंटे के लिए प्रचार पर बैन लगा दिया है। जीतू वघानी ने सूरत के अमरोली में कांग्रेस के लिए अपशब्द का इस्तेमाल किया था। चुनाव आयोग ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है और 72 घंटे तक उनके प्रचार करने पर बैन लगा दिया है।
मोदी को क्लीन चिट
चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को क्लीन चिट देते हुए अपने फैसले में कहा कि 1 अप्रैल 2019 को महाराष्ट्र के वर्धा में पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की रिपोर्ट महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने आयोग को सौंपी थी।
आयोग ने कहा कि आदर्श आचार संहिता के प्रावधानों, और जन प्रतिनिधि कानून के नियमों के मुताबिक इस भाषण की विस्तृत जांच की गई और आयोग इस निष्कर्ष पर पहुचा कि प्रधानमंत्री ने आदर्श आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं किया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस सांसद सुष्मिता देब ने सुप्रीम कोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिकायत की थी और कहा था कि उनके द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान की शिकायत चुनाव आयोग में करने के बावजूद आयोग पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
आजम पर आयोग का चाबुक
आयोग ने आजम खान को एक बार फिर से 2 दिन तक प्रचार करने से रोक दिया है। आजम खान 1 मई की सुबह 6 बजे से 48 घंटों तक के लिए प्रचार नहीं कर पाएंगे। इन 48 घंटों के दौरान आजम खान चुनावी रैली, रोड शो, इंटरव्यू, जनसंपर्क अभियान नहीं कर पाएंगे।
आजम खान ने 5 अप्रैल, 7 अप्रैल, 8 अप्रैल, 9 अप्रैल और 12 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के अलग अलग जगहों पर विवादित बयान दिया था और आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया था।
सपा नेता ने कथित तौर पर कहा था कि ‘फासीवादी उन्हें मारने की कोशिश कर रहे हैं।’ एक अन्य मौके पर उन्होंने कथित तौर पर दावा किया था कि प्रधानमंत्री ने मुस्लिमों को मारा है।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर कांग्रेस में शामिल होने वाले ‘बिहारी बाबू’ शत्रुघ्न सिन्हा पर भी आयोग का हंटर चला है। पटना साहिब से कांग्रेस के उम्मीदवार शत्रुघ्न पर आचार संहिता का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज की गई है।
उनपर आरोप है कि नामांकन करने के बाद वह जिस गाड़ी से लौट रहे थे, उसके लिए चुनाव आयोग की अनुमति नहीं ली गई थी। यही कारण है कि उनपर कार्रवाई की गई है। उन्होंने 29 अप्रैल को अपना पर्चा दाखिल किया था।