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एक ओर जहां ईवीएम को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर हमीरपुर-महोबा-तिंदवारी लोकसभा सीट में चौथे चरण के मतदान के दौरान बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। मतदान स्थल से सोमवार की शाम वोटिंग प्रकिया खत्म हो जाने के बाद ईवीएम मशीन अचानक गायब हो गई।
महोबा ज़िले के पनवाड़ी थाना क्षेत्र के नोगांव फंदना गांव के राजकीय पॉलीटेक्निक में बनाए गए स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीनों का मिलान चल रहा था। तभी गिनती में एक मशीन गायब मिली।
इस बात की जानकारी होते ही जिला पीठासीन अधिकारी सहित सभी आलाधिकारियों में हड़कंप मच गया।
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मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी व पुलिस अधीक्षक स्वामीनाथ सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने गांव में पहुंच मशीन को तलाश करने का प्रयास किया। लेकिन मशीन नहीं मिली। करीब 15 घंटे बाद ईवीएम मशीन स्थानीय बस स्टैंड से बरामद कर ली गई।
घटना को लेकर जिम्मेदार अधिकारी कुछ भी बताने को तैयार नहीं हैं। सवाल ये उठता है कि आखिर इस मशीन को किसने गायब किया, इसका दोषी कौन है, इतनी देर तक मशीन कहां रही फिर रहस्यमयी तरीके से बस स्टैंड में मिल भी गई, जिला प्रशासन इतनी बड़ी घटना को छिपाने की कोशिश क्यों कर रहा है?