स्पेशल डेस्क
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव की वजह से सियासी पारा एकाएक चढ़ गया है। लोकसभा चुनाव का चौथा चरण खत्म हो गया है। लखनऊ में पांचवें चरण को छह मई को मतदान होना है। लखनऊ की सियासी पिच पर बीजेपी मैदान मारने को तैयार है। राजनाथ सिंह एक बार फिर लखनऊ की सीट पर कब्जा करना चाहते हैं लेकिन इस बार राह आसान नहीं लग रही है।
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सपा बसपा ने एक ओर जहां इस सीट पर पूनम सिन्हा को उतारा है तो दूसरी ओर कांग्रेस ने भी बड़ा दांव खेलते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम को चुनावी मैदान में उतारा है। पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि रही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ बीजेपी का गढ़ रहा है।
ऐसे में राजनाथ इस सीट को जीतने का दावा कर रहे हैं। उधर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम को समर्थन देने की बात कही है। शिवपाल के इस कदम से सपा बसपा को झटका लग सकता है। अभी तक प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव कुछ सीटों पर सपा का साथ दे रहे थे लेकिन लखनऊ में उन्होंने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा और कांग्रेस को समर्थन देने की बात कह दी है।
उनके इस कदम के पीछे कई सियासी कारण निकाले जा रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम लगातार जनता के बीच जा रहे हैं। पुराने लखनऊ में लगातार कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम जनता से बात कर रहे हैं। अब देखना होगा कि कांग्रेस प्रत्याशी आचार्य प्रमोद कृष्णम को शिवपाल यादव के समर्थन से कितना फायदा मिलता है।