Monday - 28 October 2024 - 3:40 AM

6 महीनों में 95 हादसे, भयावह है मृतकों का आंकड़ा

जुबिली पोस्ट ब्यूरो

लखनऊ। आगरा में सोमवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए भयावह बस हादसे के बाद प्रशासन से लेकर शासन तक के लोग सक्रिय हो गए हैं। जांच समिति बनाई गई है। भविष्य में ऐसी घटना रोकने के लिए मंथन किया जा रहा है, लेकिन एक्सप्रेस वे पर यह पहला हादसा नहीं है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि की पिछले 6 महीनों में यमुना एक्सप्रेस वे पर 95 हादसे हो चुके हैं। मौत का आंकड़ा डराने वाला तो है। लेकिन इतने हादसे हो जाने के बाद भी सुरक्षा के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाये गए है।

आगरा से ग्रेटर नोएडा के बीच बने 165 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेस वे अब जानलेवा हो चुका है। परिवहन निदेशालय से मिले इस साल के शुरुआती 6 महीनों के दौरान हुए हादसों के आंकड़े ये कहानी बता रहे हैं। जनवरी से जून के बीच यमुना एक्सप्रेस वे पर 95 हादसे हुए हैं।

6 महीनों के दौरान हुए 95 सड़क हादसों में 94 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। जबकि 120 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सबसे ज्यादा 55 हादसे मथुरा जिले में हुए। उसके बाद गौतमबुद्ध नगर में 25 और आगरा में 9 हादसे हुए हैं

ज्यादातर हादसे ओवर स्पीड और चालक को नींद की झपकी आने की वजह से हुए हैं। एक्सप्रेस वे पर खड़े वाहन भी हादसों का कारण बने हैं। हालांकि, ओवर स्पीड वाहनों के चालान भी काटे गए, लेकिन एक्सप्रेस वे पर रफ्तार का कहर नहीं थमा।

आगरा के एत्मादपुर क्षेत्र में सोमवार सुबह हुआ हादसा तो सबसे भयावह है। 150 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आ रही एसी बस बेकाबू होकर 60 फीट नीचे नाले में जा गिरी। लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। हादसे में 29 यात्रियों की मौत हो गई, 22 लोग घायल होने की सूचना मिली हैं।

उप मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री ने जाना घायलों का हाल

यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए बस हादसे के पीड़ित यात्रियों का हाल जानने के लिए उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा आगरा पहुंच चुके हैं। उनके साथ परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव भी मौजूद रहे। उन्होंने अस्पताल में घायलों का हाल जाना। इसके बाद घटनास्थल का निरीक्षण किया।

उप मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री ने सबसे पहले ट्रांस यमुना कॉलोनी स्थित कृष्णा हॉस्पिटल पहुंचे। यहां उन्होंने घायलों से मुलाकात कर उनका हाल जाना और उपचार के बारे जानकारी ली। इसके बाद एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां से घटनास्थल की ओर रवाना हो गए।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बस हादसे की जांच के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है, जो 24 घंटे में जांच रिपोर्ट देगी। वहीं मृतकों के परिजनों को 5 लाख और घायलों के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है।

सीएम और पीएम ने जताया दुख

बस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जो घायल हैं वो जल्दी ठीक हो जाएं’। राज्य और केंद्र सरकार हरसंभव मदद कर रही है।

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