जुबिली न्यूज डेस्क
चॉकलेट हर बच्चे को पसंद होता है. अगर कोई उन्हे चॉकलेट देदे तो वो बहुत खुश हो जाते है और वो अपनी इस प्रिय चीज को किसी से भी शेयर नहीं करना चाहते है, और इसलिए वो इसे छुपाकर भी रख देते है और भूल भी जाते हैं. ऐसा ही एक 8 साल की बच्ची ने किया. जब उसके पिता द्वारा दी हुई एक खास चॉकलेट को एक डिब्बे में बंद कर के अपने पास रख लिया. करीब 82 साल बाद, उस बच्ची के परिवार को वो चॉकलेट मिली.
मीडिया के अनुसार लीड्स की रहने वाली वेरा पेटहेल को उसके पिता ने 1935 में एक चॉकलेट भेंट की थी. तब वेरा सिर्फ 8 साल की थीं. किंग जॉर्ज पंचम और रानी मैरी की सिल्वर जुबली के मौके पर ये खास चॉकलेट बनवाई गई थी. पिता ने इस चॉकलेट को भेंट किया और बेटी से कहा कि वो इसे ना खाए, क्योंकि आगे चलकर ये बहुत कीमती हो जाएगी.
खास चॉकलेट को सहेज कर रखा
बेटी ने पिता की बात मान ली और चॉकलेट को अपने पास सुरक्षित रख लिया. जब वो 90 साल की हुई, तो उसे लगा कि उसने उस चॉकलेट को खो दिया है. पिछले साल, 95 साल की उम्र में महिला की मौत हो गई. पर तब उसके बच्चों और पोते-पोतियों ने उसके कमरे को साफ किया, जहां उन्हें ये चॉकलेट मिली. महिला ने चॉकलेट बार को एक टॉफी के टिन के डिब्बे में डाल दिया था और अपने बिस्तर पर बनी एक दराज के बिल्कुल अंदर रख दिया था.
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चॉकलेट को नीलाम करेगा परिवार
वेरा के चार बच्चों में से एक, 71 साल की नैडाइन मैकेफर्टी ने कहा कि जब उनकी मां को पता चला कि उन्होंने चॉकलेट खो दी है, तो वो बहुत परेशान हुईं और सभी बच्चों से उसे घर में खोजने के लिए कहा. जब डिब्बा नहीं मिला, तो उन्हें लगा कि शायद किसी ने उसे गलती से बाहर फेंक दिया होगा. नैडाइन ने कहा कि उसे इस बात का दुख है कि उसकी मां ये नहीं जान पाएगी कि उन्हें वो चॉकलेट मिल चुकी है. अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस चॉकलेट को नीलाम करने पर उन्हें 10 हजार रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक मिल जाएंगे. ये चॉकलेट हैंसन्स ऑक्शनियर्स के जरिए नीलाम होगी.