न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। कोरोना महामारी के बीच भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश से बड़ी और चाैंकाने वाली खबर सामने आई है। सूबे में 700 सरकारी डॉक्टर गायब मिले हैं। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि जब इतने बड़े पैमाने पर डॉक्टर ही गायब हैं तो कोरोना जैसी महामारी से प्रदेश कैसे निपटेगा।
जब इस बारे में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राज्य में लापता हुए 700 सरकारी डॉक्टर जल्द ही बर्खास्त किए जाएंगे।
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सूबे के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऐसे 700 चिकित्सक चिन्हित किए गए हैं, जो सरकारी अस्पतालों में नियुक्ति लेने के बाद या तो कहीं दूसरी जगह चले गए हैं या फिर उन्होंने बगैर बताए उच्च शिक्षा लेना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे डॉक्टरों की बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू हो गई है और एक डेढ़ महीने में इन सभी की सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी।
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स्वास्थ्य मंत्री ने जानलेवा बने कोरोना वायरस के बारे में कहा कि इस विषाणु से डरने की जरूरत नहीं है और सिर्फ ऐहतियात बरत कर इससे निपटा जा सकता है। देश में इसके 84 और उत्तर प्रदेश में कुल 13 मामले हैं।
भारत इस वायरस से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर और हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर लगाए गए हैं। बाहर से आने वालों का वीजा भी फिलहाल रोक दिया गया है।
गाैरतलब है कि अकेले उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 13 काेराेना पाॊजिटिव मरीजाें की पुष्टि हुई है। सबसे ज्यादा आगरा में 8, लखनऊ और गाजियाबाद में 2-2 जबकि नाेएडा में 1 लाेग काे संक्रमित पाया गया है। इन सभी का राजधानी दिल्ली में इलाज चल रहा है।
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