जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
लखनऊ. जिस दौर में सत्ताधारी पार्टी भी आवाक खड़ी है उस दौर में भी बहुजन समाज पार्टी के नेता टिकट बेचने में लगे हैं. विधानसभा चुनाव का एलान होने तक बीएसपी की खामोशी से राजनीतिक पंडित यह मानकर चल रहे थे कि बीएसपी सुप्रीमो इस चुनाव से किनारा किये रहेंगी लेकिन मुज़फ्फरनगर से आयी एक खबर ने यह साफ़ कर दिया है कि बगैर प्रचार प्रसार के बावजूद बसपा को यह भरोसा है कि उनका कैडर वोट बिखरेगा नहीं और उनकी सीटें तो अपने आप निकल जायेंगी.
मुज़फ्फरनगर के बसपा नेता अरशद राणा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया है कि बीएसपी के पश्चिमी यूपी प्रभारी शमसुद्दीन राइन ने उनसे टिकट के नाम पर 67 लाख रुपये ले लिए हैं और अब कह रहे हैं कि तुम्हारी जगह किसी दूसरे को लड़ा रहे हैं जबकि लाखों रुपये हमने पोस्टर होर्डिंग पर खर्च कर दिए. पिछले काफी समय से हम अपने प्रचार में लगे हुए थे. अरशद राणा ने थाने में पुलिस के सामने ही रोते हुए कहा कि इतना पैसा खर्च होने के बाद भी अगर उन्हें टिकट नहीं दिया गया तो वह आत्मदाह कर लेंगे.
अरशद राणा का कहना है कि मैं पिछले ढाई दशक से बसपा कार्यकर्त्ता हूँ. मुझे पार्टी ने 2018 में ही विधानसभा प्रभारी और प्रत्याशी घोषित किया था. मैं तब से लगातार अपने क्षेत्र में काम कर रहा हूँ. अखबारों में विज्ञापन, पोस्टर और होर्डिंग पर मैंने लाखों रुपये खर्च किये. शमसुद्दीन राइन ने मुझसे टिकट के नाम पर 67 लाख रुपये ले लिए और अब जब चुनाव आ गया तो कह रहे हैं कि दूसरे को लड़ाएँगे. अरशद ने कहा है कि चरथावल विधानसभा से अगर किसी दूसरे को टिकट मिला और मेरा पैसा मुझे वापस नहीं मिला तो लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती के आवास पर आत्मदाह करुंगा.
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