जुबिली न्यूज डेस्क
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चरम पर है। अमेरिका समेत यूरोप के देश इस युद्ध को रोकने के लिए भरपूर कोशिश कर रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें कोई सफलता मिलती नहीं दिख रही है।
वहीं उपग्रहों से मिली तस्वीरों में करीब 40 मील लंबा रूसी सेना का काफिला यूक्रेन की राजधानी कीव की ओर बढ़ता दिख रहा है।
राजधानी कीव के अलावा, खारकिव और चेरनिव भी दोनों सेनाओं के बीच तेज लड़ाई जारी है। इसके अलावा रूसी बमबारी में आम नागरिकों की जान जाने की भी रिपोर्ट है।
यूक्रेन की युद्ध विराम लागू करने की मांग पर भी रूस ने कोई ध्यान नहीं दिया है, जिसकी वजह से देश के कई शहरों में लड़ाई और तेज हो गई है।
खारकिव और चेरनिव शहरों पर भारी बमबारी की खबरें हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने खारकिव में रूसी बमबारी को ‘युद्ध अपराध’ बताया है।
वहीं रूस के खिलाफ यूरोप और अन्य देशों द्वारा प्रतिबंध लगाने का सिलसिला जारी है। कनाडा ने रूस से तेल आयात पर रोक लगा दी है। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ, फीफा ने रूस की राष्ट्रीय और क्लब टीमों को भविष्य में किसी भी प्रतियोगिता से प्रतिबंधित कर दिया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमानुएल माक्रों से फोन पर बात की, जिसमें पुतिन ने रूस की सुरक्षा चिंताओं को जायज बताते हुए उन्हें हल किए जाने की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भी रूसी प्रतिनिधि ने अपने देश की यूक्रेन पर कार्रवाई को सही ठहराया।
संयुक्त राष्ट्र में एक मिनट का मौन
सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के विशेष आपातकालीन सत्र की शुरुआत यूक्रेन के लिए एक मिनट के मौन के साथ शुरू हुई। यह विशेष सत्र यूक्रेन पर रूस के हमले की निंदा करने के लिए बुलाया गया है।
इस मौके पर यूएन असेंबली के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने यूक्रेन में तुरंत युद्ध विराम की मांग की है।
यूक्रेन को 45 करोड़ यूरो के हथियार देगा यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ ने कहा है कि वह यूक्रेन को लड़ाकू विमान देगा। यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल का कहना है कि यूरोपीय संघ 45 करोड़ यूरो की कीमत के हथियार यूक्रेन को देने की मंजूरी दे दी है।
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यह पहली बार है कि यूरोपीय संघ किसी युद्ध में शामिल देश को हथियार दे रहा है। इस बीच फिनलैंड ने भी यूक्रेन को हथियार की सप्लाई देने का ऐलान किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन को यूरोपीय संघ में शामिल करने की मांग रखी है। जेलेंस्की ने एक आवेदन पत्र पर दस्तखत किए हैं ताकि यूरोपीय संघ में यूक्रेन को शामिल करने की मांग को ठोस रूप दिया जा सके।
प्रतिबंधों का घेरा और कसा
इस बीच स्विट्जरलैंड ने भी यूरोपीय संघ के लगाए कुछ प्रतिबंधों को अपने यहां मंजूरी दे दी है। इनमें रूसी संपत्तियों को जब्त करना और रूसी लोगों को पर प्रतिबंध लगाना शामिल है।
फ्रांस ने भी उन सभी लोगों की संपत्ति जब्त करने का फैसला किया है जिन पर यूरोपीय संघ ने प्रतिबंध लगाया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों ने सोमवार को पुतिन से टेलिफोन पर बात भी की और युद्ध रोकने की मांग रखी।
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युद्ध के बीच यूक्रेन छोड़ जा रहे लोग
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां से भागने वाले लोगों संख्या पांच लाख के पार चली गई है। संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी उच्चायुक्त फिलिप्पो ग्रांडी ने यह जानकारी दी।
रविवार को जारी की गई संख्या की तुलना में यह करीब 80 हजार अधिक है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां यूक्रेन के युद्ध के नतीजे में करीब 70 लाख लोगों के विस्थापित होने की आशंका जता रही हैं। इनमें से बहुत सारे लोग यूक्रेन के भीतर भी विस्थापित होंगे।
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वहीं यूरोपीय संघ ने यूक्रेन से आ रहे लोगों को तीन साल तक यहां रहने की अनुमति देने का फैसला किया है। सबसे अधिक 281,000 शरणार्थी पोलैंड पहुंचे हैं। लोग कार, ट्रेन, बस, पैदल यहां तक कि पहिए वाली कुर्सी पर ही बैठ कर यूक्रेन से बाहर निकल रहे हैं। ये लोग पोलैंड, रोमानिया, हंगरी, मोलदोवा और चेक रिपब्लिक की तरफ जा रहे हैं।