जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। जल मैराथन जो कि अपने आप में ही एक बहुत बड़ी मुहिम के रूप में लोगों का प्यार पा रहा है इसके शुभारंभ अवसर पर चेयरमैन नगर पालिका परिषद अशोक कुमार जयसवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष नेहरू युवा केंद्र दिनेश प्रताप सिंह, तहसीलदार भदोही, कोतवाल भदोही सदानंद सिंह, संगठन मंत्री राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग रिचा सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी बालेश्वर द्विवेदी उपस्थित थे।
जल मैराथन के विषय में बताते हुए वाटर इन इंडिया के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. शिशिर चंद्रा ने बताया कि यह मैराथन लोगों को जल संवर्धन के प्रति संवेदित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई है जो कि जनपद भदोही से प्रारंभ होकर प्रयागराज, प्रतापगढ़, रायबरेली होते हुए कुल लगभग 300 किलोमीटर की दूरी तय कर 22 मार्च को गांधी भवन लखनऊ में संपन्न होगी।
ये भी पढ़े:प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश को मिला प्रथम स्थान
ये भी पढ़े: IND-W vs SA-W : आखिरी बाजी भी हारी भारतीय महिला टीम
इस दौरान जल मैराथन धावकों द्वारा कुल 600000 कदम की मैराथन की जाएगी हर कदम जल संवर्धन की ओर बढ़ता रहेगा और जन जागरूकता के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा।
इस दौरान यह जल मैराथन कुल 13 पड़ाव लेगी जहां पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को दैनिक जीवन में पानी के बुद्धिमत्ता पूर्ण उपयोग तथा वर्षा जल के संचयन के प्रति संवेदित किया जाएगा।
ये भी पढ़े:रेल मंत्री की चाहत ऐसी हो भारतीय रेल की सेवा
ये भी पढ़े:शराब सिंडिकेट के आगे बेबस है शासन और प्रशासन
जनपद स्तर पर यह एक अनोखी पहल है जिसमें मैराथन धावक नायक बिंद दौड़ कर, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मैराथन धावक मुरलीधर साइकिल पर एवं सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र कुमार साइकिल पर भदोही से लखनऊ की दूरी तय करेंगे।
चेयरमैन नगर पालिका परिषद ने बताया की पानी ही जिंदगानी है और जितना आज सोच समझकर हम इसका इस्तेमाल करेंगे उतना ही हमारे आगे आने वाली पीढ़ी के लिए बचा रहेगा इसलिए पानी की एक-एक बूंद को व्यर्थ ना गवाएं एवं प्रकृति द्वारा प्रधान किए जाने वाले जल जिसे हम बरसात कहते हैं उसका संचयन कर भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने में अपना सहयोग सुनिश्चित करें।
ये भी पढ़े:प्रेमी युगल ने फांसी लगाकर किया सुसाइड, कुछ दिन पहले ही नेपाल से आया था जोड़ा
ये भी पढ़े: अखिलेश का तंज, कहा-UP संभल नहीं रहा है चले बगाल सुधारने
नेहरू युवा केंद्र के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह ने बताया की वर्तमान समय में हम पानी को खरीद रहे हैं जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी और एक समय ऐसा भी आ सकता है कि हम बहुत कीमत अदा करने के बावजूद भी पानी को नहीं पा सकेंगे यदि इस स्थिति से बचना है तो हमें हर हाल में इस बात को समझना होगा की पानी को बनाया नहीं जा सकता है किंतु व्यवहार को परिवर्तित करके इसे कल के लिए सुरक्षित अवश्य किया जा सकता है।
आज मीडिया से बातचीत करते हुए वॉटरएड इंडिया के जिला समन्वयक कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया की आज जल मैराथन के पहले दिन मे 43 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए ज्ञानपुर के एनपीजी कॉलेज गोपीगंज में ओम शिक्षण संस्थान में विश्राम लेकर लोगों को जागरूक करने का कार्य करते हुए हंडिया पहुंची है इस दौरान जल मैराथन के माध्यम से लगभग तीन से चार हजार के मध्य लोगों को जल संचयन एवं उसके बुद्धिमत्ता पूर्ण उपयोग के प्रति जागरूक किया गया है।
ये भी पढ़े:बैंकों के निजीकरण पर क्या बोलीं वित्त मंत्री?
ये भी पढ़े: क्या सिद्धू बनेंगे पंजाब सरकार में डिप्टी CM