न्यूज़ डेस्क
देश भर में मंगलवार रात आए आंधी, पानी और बिजली गिरने से 35 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 40 लोग जख्मी हो गए। सबसे ज्यादा असर मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में पड़ा है इससे अधिकतम तापमान में गिरावटआयी है। वहीं मौसम विभाग ने बुधवार को भी ऐसे ही बने रहने की संभावना जताई है।
पाकिस्तान कि ओर से पहाड़ों पर पहुंचे पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान के ऊपर बनी चक्रवाती हवाओं के कारण मौसम ने तेजी से करवट बदली। मंगलवार देर रात आये आधी पानी से वेस्ट यूपी में तेज आंधी से पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। वहीं, किसानों की गेहूं और आम की फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा।
इस आंधी पानी से सबसे ज्यादा नुकसान मध्यप्रदेश और गुजरात में हुआ हैं, जहां अगल-अलग स्थानों पर बिजली गिरने से 15 लोगों की जबकि गुजरात में नो लोगों की मौत हो चुकी है।
गुजरात में हुई लोगों की मौत को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुःख व्यक्त किया और साथ ही मरने वालों के परिजनों को दो दो लाख रूपये दने की घोषणा की है।
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘आकाशीय बिजली गिरने से इंदौर, धार जिले में व प्रदेश के अन्य स्थानों पर जनहानि की बेहद दुखदायी घटनाएं है। पीड़ित परिवारों के साथ प्रति मेरी शोक संवेदनाएं है। सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी हैं।’
जिन इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से 35 लोगों की मौत हुई उनमे मध्यप्रदेश में 15, गुजरात में 9, राजस्थान में 9, सहित अन्य इलाकों में लोगों मौत हुई है।
उत्तराखंड और बिहार में हाई अलर्ट
उत्तराखंड में अगले 36 घंटों के भीतर ओलावृष्टि और तूफान की चेतावनी जारी की गई है। दून में अगले दो दिन बारिश होने की संभावना है।
वहीं बिहार के कई इलाकों में बुधवार को तूफान आ सकता है। मौसम विभाग ने काल वैशाखी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है। मंगलवार शाम से ही इसका असर दिखने लगा क्यों की कई जिलों में तेज हवा चली।
काल वैशाखी क्या है
काल वैशाखी से तात्पर्य तेज़ गति से चलने वाले स्थानीय हवाओं से है इस प्रकार के तूफ़ान साधारणत बंगाल व उसके आसपास के इलाके में आते हैं।
गर्म एवं शुष्क स्थानीय हवाएँ और आर्द्र समुद्री हवाएँ इसका कारण हैं। इन हवाओं के मिलने से मूसलाधार वर्षा होती है। साथ ही तीव्र गति के तूफ़ान भी आते हैं।