न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में दो स्थानों पर करीब तीन हजार टन सोना के अयस्क होने की संभावना है। खन अधिकारी के.के. राय ने बताया की भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण ने सोनभद्र के दो स्थानों पर करीब तीन हजार टन सोना का अयस्क होने का पता लगाया है।
इससे करीब डेढ़ हजार टन सोना निकाला जा सकेगा। इस तरह जीएसआई ने 90 टन एंडालुसाइट, 9 टन पोटाश, 18.87 टन लौह अयस्क व 10 लाख टन सिलेमिनाइट के भंडार की भी खोज की है।
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2005 से जीएसआई की टीम सोने की तलाश के लिए काम कर रही थी। टीम ने गहन अध्ययन करने के बाद सोनभद्र में सोना होने के बारे में बताया था और 2012 में इस बात की पुष्टि भी कर दी थी।
टीम ने बताया था कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है। जीएसआई के अनुसार हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है वही सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार है।
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दो गांव की 22 फरवरी तक होगी जियो टैगिंग
यूपी सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोनभद्र के कोन क्षेत्र के हरदी गांव में और महुली क्षेत्र के सोन पहाड़ी में सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की पुष्टि हो चुकी है।
ई-टेंडरिंग के माध्यम से ब्लॉकों के नीलामी के लिए शासन ने 7 सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है। यह टीम पूरे क्षेत्र की जिओ टैगिंग करेगी और 22 फरवरी तक अपनी रिपोर्ट भूतत्व एवं खनिकर्म निदेशालय लखनऊ को सौंप देगी।
जीएसआई सूत्रों की माने तो सोनभद्र की सोन पहाड़ी पर 2943.26 टन सोना और हरदी ब्लॉक में 646.15 किलो सोने का भंडार है। इस प्रकार पुलवार ब्लॉक में दो स्थानों पर 12.7 टन और 22.16 टन तथा सलइयाडीह ब्लॉक में 60.18 टन एंडालुसाइट का भंडार होने का पता लगाया है।
पटवध ब्लॉक में 9.15 टन पोटाश व भरहरी ब्लॉक में 14.87 टन लौह अयस्क और छिपिया ब्लॉक में 9.8 टन सिलीमैनाइट के भंडार की खोज की गई है।
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