जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बृजभूषण शरण सिंह इन दिनों ये नाम अच्छा खासा चर्चा में बना हुआ है। हालांकि भारतीय कुश्ती के साथ-साथ भारतीय राजनीति में बृजभूषण शरण सिंह कोई नया नाम नहीं है।
दरअसल भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण पर भारत के शीर्ष पहलवानों ने यौन उत्पीडऩ और डराने-धमकाने के आरोप जब से लगाया तब से उनकी कुर्सी खतरे में आ गई है।
सरकार अभी तक इस मामले में भले ही कुछ ठोस कदम नहीं उठा रही हो लेकिन उसपर अब दबाव बढ़ता जा रहा है क्योंकि पहलवानों को जनता के समर्थन ने बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। हालांकि अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो पायी है।
उधर साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया को मीडिया में खबर चल रही थी कि पहलवान साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया रेलवे में अपनी नौकरी पर वापस लौट गए हैं। ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया भारतीय रेलवे में ओसीडी (खेल) के पद पर नियुक्त हैं। हालांकि साक्षी मलिक ने इस पूर खुलकर कहा है और प्रदर्शन छोडऩे का पूरा सच बताया है। साक्षी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।
https://twitter.com/SakshiMalik/status/1665645066105544705?s=20
साक्षी मलिक ने सोमवार को कहा कि हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, यह एक सामान्य बातचीत थी, हमारी केवल एक ही मांग है और वह है उन्हें (बृजभूषण सिंह) गिरफ्तार करें।
उन्होंने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि मैं विरोध से पीछे नहीं हटी हूं, रेलवे में ओएसडी के रूप में मैंने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम विरोध करते रहेंगे. हम पीछे नहीं हटेंगे. उसने (नाबालिग लड़की) कोई प्राथमिकी वापस नहीं ली है, यह सब फर्जी है।
साक्षी मलिक ने धरने से हटने की खबरों को गलत करार देते हुए कहा कि ये खबर बिलकुल गलत है. इंसाफ की लड़ाई में न हम में से कोई पीछे हटा है, न हटेगा। सत्याग्रह के साथ-साथ रेलवे में अपनी जिम्मेदारी को साथ निभा रही हूं. इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है. कृपया कोई गलत खबर न चलाई जाए।