नई दिल्ली: लोकसभा ने सदन की कार्यवाही बाधित करने और आसन की अवमानना को लेकर बृहस्पतिवार को 14 सदस्यों को मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया. निलंबन का काम दो हिस्सों में किया गया. पहले कांग्रेस के पांच सदस्यों को मौजूदा संसद सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया. फिर कनिमोझी करुणानिधि सहित नौ और सांसदों पर गाज गिर गई. इससे पहले टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओब्रायन को भी शेष सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था. इस तरह लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित होने वाले सांसदों की कुल संख्या 15 हो गई है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच कांग्रेस के टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को आसन की अवमानना के मामले में शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा. सभा ने ध्वनिमत से जोशी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
इसके बाद संसद की सुरक्षा में चूक मामले में लोकसभा में विपक्ष ने आज जमकर हंगामा किया. खराब आचरण देखते हुए डीएमके की कनिमोझी करुणानिधि समेत 9 सांसदों को पूरे सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया. निलंबित होने वाले अन्य सदस्य हैं, बेहानन, वीके श्रीकंदन, मोहम्मद जावेद, पीआर नटराजन, के सुब्रमण्यम, एसआर पार्थिबन, एस वेंकटेशन और मनिकम टैगोर. इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
निलंबित सांसदों में सबसे ज्यादा संख्या कांग्रेस की है. उसके कुल नौ सांसद निलंबित हुए. डीएमके के दो, सीपीएम के दो, सीपीआई का एक और टीएमसी का एक सांसद निलंबित हुआ.