न्यूज डेस्क
राजस्थान के कोटा में हो रही बच्चों की मौतों का मामला सियासी तूल पकड़ रहा है। बीजेपी के बाद बसपा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना साधा है। बता दें कि राजस्थान के कोटा में एक महीने के अंदर अब तक करीब सौ बच्चों की मौत हो चुकी है।
इस मामले में बसपा प्रमुख मायावती ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से मांओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद और दर्दनाक है। लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत और उनकी सरकार इसके प्रति अब भी उदासीन, असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदार रवैया अपनाए हुए हैं जोकि अति-निन्दनीय है।‘
उन्होंने कहा, ‘इस मामले में कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और खासकर महासचिव प्रियंका गांधी भी चुप्पी साधे रखना बेहद दुःखद है। अच्छा होता कि वो यूपी की तरह उन गरीब पीड़ित मांओं से भी जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही के कारण उजड़ गई हैं।’
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि, ‘अगर कांग्रेस की महिला राष्ट्रीय महासचिव राजस्थान के कोटा में जाकर मृतक बच्चों की मांओं से नहीं मिलती हैं, तो यहां अभी तक किसी भी मामले में यूपी पीड़ितों के परिवार से मिलना उनका यह सिर्फ राजनैतिक स्वार्थ और नाटकबाजी ही मानी जाएगी, जिससे यूपी की जनता को सर्तक रहना चाहिए।’
स्वास्थ्य मंत्री ने वसुंधरा सरकार पर साधा निशाना
वहीं, अस्पताल में हो रही बच्चों की मौत पर राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने वसुंधरा सरकार पर निशाना साधा है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि 2012 और 13 के दौरान कोटा के इस अस्पताल के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ₹60 करोड़ स्वीकृत किए थे, जिसे बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद वित्तीय स्वीकृति होने के बावजूद नहीं दिए।
कोटा का अस्पताल प्रशासन हर साल पैसे की मांग करता था लेकिन बीजेपी सरकार पैसे नहीं देती थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी के उस वक्त के विधायक प्रहलाद गुंजल, ओम बिड़ला और भवानी सिंह राजावत इस अस्पताल को पैसे देने की मांग करते रहते थे। मगर बीजेपी सरकार ने एक पैसा नहीं दिया। यह सारी बातें मेरे पास रिकॉर्ड पर हैं।
आपको बता दें कि राजस्थान में कोटा के जेके लोन हॉस्पिटल में नौ बच्चों की और मौत हो गई, जिसके चलते एक महीने के अंदर मरने वाले बच्चों की संख्या 100 पहुंच गई है। 23 और 24 दिसंबर को 48 घंटे में सरकारी अस्पताल में 10 बच्चों की मौत हुई थी, इसके बाद विपक्ष ने गहलोत सरकार पर हमलावर है।
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