जुबिली न्यूज डेस्क
क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ लेटर बम फोड़ हलचल बढ़ा दिया है।
आर्यन खान केस में आरोप-प्रत्यारोप के बीच एनसीपी नेता नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि समीर वानखेड़े ने नौकरी पाने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर एक योग्य दलित की नौकरी छीन ली।
इसके अलावा मलिक ने अज्ञात एनसीबी अधिकारी के खत का हवाला देते हुए वानखेड़े पर 26 मामलों में नियमों का पालन नहीं करने का आरोप भी लगाया।
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सर्टिफिकेट को लेकर सवाल पर मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े का मैंने जो जन्म प्रमाण पत्र ट्वीट किया वह ओरिजिनल है। वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने खुद को इस्लाम में कन्वर्ट किया था लेकिन समीर वानखेड़े को बाद में विचार आया था और उन्होंने नौकरी के लिए दलित सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया और एक डिजर्विंग (योग्य) दलित का हक छीन लिया।
नवाब मलिक ने कहा कि मुझे एक अनाम एनसीबी अधिकारी से पत्र मिला है। मैं डीजी नारकोटिक्स को यह पत्र भेजकर अनुरोध कर रहा हूं कि इस पत्र को एनसीबी के समीर वानखेड़े पर की जा रही जांच में शामिल किया जाए।
उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने इसके साथ चार पन्नों का एक लेटर भी संलग्न किया है, जिसमें एक अज्ञात अधिकारी के आरोप दिख रहे हैं।
Here are the contents of the letter received by me from an unnamed NCB official.
As a responsible citizen I will be forwarding this letter to DG Narcotics requesting him to include this letter in the investigation being conducted on Sameer Wankhede pic.twitter.com/SOClI3ntAn— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) October 26, 2021
इस खत में समीर वानखेड़े के अलावा दिल्ली पुलिस के मौजूदा कमिश्नर राकेश अस्थाना को भी लपेटा गया है। राकेश अस्थाना इससे पहले NCB के डीजी थे।
खत का हवाला देते हुए एनसीपी नेता ने कहा कि वानखेड़े ने 26 मामलों में नियमों का उचित पालन नहीं किया। अज्ञात एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) कर्मचारी के इस पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े को पूर्व सीबीआई अधिकारी राकेश अस्थाना द्वारा एनसीबी में लाया गया था।
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उन्होंने कहा कि पत्र में 26 मामलों का जिक्र है और इन 26 मामलों में समीर वानखेड़े ने मामले की जांच के दौरान उचित नियमों का पालन नहीं किया।
इससे पहले मलिक ने समीर वानखेड़े का बर्थ सार्टिफिकेट ट्वीट किया था, जिसमें दावा किया गया कि यह बर्थ सर्टिफिकेट समीर वानखेड़े का है। इसमें पिता का नाम दाऊद क. वानखेड़े है और धर्म की जगह पर मुस्लिम लिखा है।
इसमें समीर का नाम समीर दाउद वानखेड़े लिखा है। हालांकि, बाद में समीर वानखेड़े ने कहा कि उनके पिता का नाम दाऊद नहीं ज्ञानदेव है।