जुबिली न्यूज डेस्क
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में आज बजट पेश कर रही हैं। वो चौथी बार बजट पेश कर रही हैं।
निर्मला सीतारमण इस बार भी पेपरलेस बजट पेश कर रही हैं । अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष में आर्थिक विकास 9.2 फीसदी रहने की उम्मीद जताई गयी है।
कोरोना टीकाकरण अभियान पर सीतारमण ने कहा कि फिलहाल हम ओमिक्रॉन वेरिएंट के दौर में हैं लेकिन हमारे देश में टीकाकरण अभियान जिस तरह से आगे बढ़ा है उससे बहुत मदद मिली है।
वित्त मंत्री ने भरोसा जताते हुए कहा कि कि मुझे विश्वास है कि सबके प्रयास से हम मजबूत विकास के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्रीय बजट अमृत काल के अगले 25 वर्षों का ब्लू प्रिंट है।
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि अमृत काल के दौरान, हमारी सरकार का लक्ष्य इंडिया ञ्च100 के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में निर्धारित दृष्टिकोण को प्राप्त करना है।
उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत को प्राप्त करने के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव योजना को उत्कृष्ट प्रतिक्रिया मिली है।
2022 : आम बजट की खास बातें
-FY22 में आर्थिक ग्रोथ 9.2% रहने का अनुमान
-LIC का आईपीओ जल्द आने की उम्मीद
-FY23 में 25,000 किलोमीटर सड़क विस्तार
-अगले तीन साल में 400 नई वंदे भारत ट्रेन
-अगले तीन साल में 100 नए कार्गो टर्मिनल
-हाइड्रो प्रोजेक्ट्स के लिए 1400 करोड़ रुपये
-मेक इन इंडिया से 60 लाख रोजगार संभव
-रेलवे छोटे किसानों और उद्यमों के लिए कुशल लॉजिस्टिक्स विकसित करेगा। स्थानीय उत्पाद की आपूर्ति श्रृंखला में मदद के लिए ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ लागू होगा।
-अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएगी और युवाओं के लिए अधिक रोजगार और अवसर पैदा करेगी।
-2022-23 में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क का 25,000 किलोमीटर तक विस्तार किया जाएगा।
-मास्टरप्लान में आर्थिक परिवर्तन, निर्बाध मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स दक्षता के लिए 7 इंजन शामिल होंगे।
बजट 2022- खेती-किसानी को लेकर हुईं अहम घोषणाएं
-किसानों को डिजिटल और हाईटेक सेवाएं प्रदान करने के लिए पीपीपी मॉडल में योजना की शुरुआत होगी।
-जीरो बजट खेती और प्राकृतिक खेती, आधुनिक कृषि, मूल्य संवर्धन और प्रबंधन पर ज़ोर दिया जाएगा।
-रेलवे छोटे किसानों और उद्यमों के लिए कुशल लॉजिस्टिक्स विकसित करेगा।
-वर्ष 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया गया। रबी 2021-22 में 163 लाख किसानों से 1208 मीट्रिक टन गेहूं और धान खऱीदा जाएगा।
-समावेशी विकास सरकार की प्राथमिकता है जिसमें धान, खरीफ और रबी फसलों के लिए किसान शामिल हैं, जिसके तहत 1,000 एलएमटी धान की खरीद की उम्मीद है जिससे 1 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित होंगे।
-किसानों के लिए प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए, राज्य सरकारों और एमएसएमई की भागीदारी के लिए व्यापक पैकेज पेश किया जाएगा।
-44,605 करोड़ रुपये के केन-बेतवा लिंक का कार्यान्वयन किसानों और स्थानीय आबादी को सिंचाई, खेती और आजीविका की सुविधा प्रदान करने वाली 9 लाख हेक्टेयर से अधिक किसानों की भूमि की सिंचाई प्रदान करने के लिए किया जाएगा।
-फसल मूल्यांकन, भूमि रिकॉर्ड, कीटनाशकों के छिड़काव के लिए किसान ड्रोन के उपयोग से कृषि और कृषि क्षेत्र में प्रौद्योगिकी की लहर चलने की उम्मीद है।