पॉलिटिकल डेस्क
मशहूर अभिनेता व भारतीय जनता पार्टी के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा आज दिल्ली में औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गए।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारी मन से बीजेपी को छोड़ रहा है। आज बीजेपी का स्थापना दिवस है और इसी दिन बीजेपी को छोड़ रहा हूं। इस दौरान कांग्रेस की ओर से पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल, पार्टी के वरिष्ठ नेता के सी वेणुगोपाल मौजूद थे।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि नवरात्र के मौके पर वे कांग्रेस में शामिल हुए हैं और इस मौके पर कांग्रेस नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मौके पर अपनी राजनीतिक जीवन यात्रा में शामिल सभी लोगों को शुभकामनाएं दी।
सिन्हा ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी में उन्होंने लोक शाही को धीरे-धीरे तानाशाही में परिवर्तित होते देखा। मौजूदा बीजेपी नेतृत्व ने यशवंत सिन्हा, मुरली मनोहर जोशी, अरुण शौरी जैसे कद्दावर शख्सियतों को निपटा दिया गया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति से बड़ी पार्टी होती है और पार्टी से बड़ा देश। मैंने सिर्फ देशहित में बात की थी।
शत्रुघ्न सिन्हा ने इस मौके पर अपने दिल में दबे दर्द को भी बयां किया। शत्रुघ्न सिन्हा ने पूछा कि आखिर बीजेपी सरकार में उन्हें मंत्री क्यों नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि क्या उनके अंदर काबिलियत नहीं या फिर उनके अंदर क्या कमी थी। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बीजेपी में इस वक्त तानाशाही सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि ये वन मैन शो और टू मैन आर्मी की सरकार है। शत्रु ने कहा कि केंद्र के मंत्रियों को अपना सचिव रखने की इजाजत रखने की नहीं थी।
इस दौरान पार्टी नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि बेबाक राय रखने वाले शत्रुघ्न सिन्हा गलत पार्टी में थे। केसी वेणुगोपाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाने में मददगार साबित होंगे।
पत्रकारों से बातचीत में उनकी जबान फिसल गई। उन्होंने कांग्रेसी नेता शक्ति सिंह गोहिल को बीजेपी नेता कहा। उन्होंने कहा कि शक्ति सिंह गोहिल बीजेपी की रीढ़ हैं। फिर उन्हें एहसास हुआ कि कुछ गलत बोल गए हैं तो कहा कि कांग्रेस में अभी नया हूं।
शत्रुघ्र सिन्हा लंबे समय से बीजेपी में अपनी उपेक्षा को लेकर कई बार मुखर हुए थे। उन्होंने मोदी सरकार के कामकाज पर भी ऊंगली उठाया था। सिन्हा बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कामकाज के आलोचक रहे हैं और दोनों पर देश को तानाशाह की तरह चलाने का आरोप लगाया है। वे देश के अलग अलग हिस्सों में रैलियों को संबोधित करते रहे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा कहते रहे हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में लोकशाही थी, जबकि मोदी सरकार में ‘तानाशाही है।