न्यूज डेस्क
महाराष्ट्र में सियासी उठापठक जारी है। वहां क्या होगा किसी को कोई अंदाजा नहीं है। यहां के सियासी हालात का राजनीतिक पंडित भी विश्लेषण नहीं कर पा रहे हैं। एनसीपी ने पूरे सियासी समीकरण को उलझाकर रख दिया है। एनसीपी प्रमुख कभी शिवसेना के साथ सरकार बनाने का संकेत देते हैं तो कभी बीजेपी के साथ ।
महाराष्ट्र की सियासत में हर दिन नया मोड़ आ रहा है। 15 नंवबर को शिवसेना ने सरकार बनाने का ऐलान कर दिया। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस में हर बात पर सहमति बन गई थी, लेकिन 16 नवंबर को पवार के बयान ने सरकार गठन को लेकर सस्पेंस बना दिया। उसके बाद से सारा सियासी समीकरण बदल गया। सियासी गलियारे में भी चर्चा शुरु हो गई कि एनसीपी, शिवसेना के साथ सरकार नहीं बनायेगी, बल्कि वह बीजेपी के साथ जायेगी।
एनसीपी का बीजेपी के साथ जाने की चर्चा को बल इसलिए मिला क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद में शरद पवार की तारीफ की थी। मोदी की तारीफ के बाद से महाराष्ट्र का सारा सियासी समीकरण बदल गया। मोदी ने पवार की तारीफ की तो इसका मतलब भी निकाला जाने लगा। राजनीतिक पंडित भी विश्लेषण करने में जुट गए और कहा कि एनसीपी और बीजेपी में खिचड़ी पक रही है।
अभी यह मामला चल ही रहा था कि गुरुवार को मोदी और पवार की मुलाकात ने सियासी माहौल को गरमा दिया। मोदी-पवार की मुलाकात ने शिवसेना की बेचैनी को बढ़ा दिया है। शिवसेना की बेचैनी बढऩा स्वाभाविक है। हालांकि शिवसेना ने साफ किया है कि पीएम से मिलने का ये मतलब नहीं है कि कोई सियासी खिचड़ी नहीं पक रही है।
एनसीपी और बीजेपी के बीच खिचड़ी पकने के अंदेशे को उस तस्वीर से भी बल मिला जिसमें एनसीपी प्रमुख के घर बीजेपी के चार सांसद शरद पवार के साथ दिखे थे। हालांकि इस तस्वीर पर शिवसेना ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन अंदरखाने इसकी चर्चा हुई।
आज मोदी और पवार की मुलाकात पर शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि पवार साहब किसान नेता हैं। वह प्रधानमंत्री से मिलकर महाराष्ट्र के किसानों की हालत बताएंगे।
पवार ने कहा कि, ‘पवार साहब प्रधानमंत्री से मिलकर राज्य के किसानों के लिए ज्यादा-से-ज्यादा राहत की मांग करेंगे।’ उन्होंने फिर दावा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार जरूर बनेगी जिसका रास्ता गुरुवार तक साफ हो जाएगा।
शिवसेना ने एक बार फिर दावा किया है कि दिसंबर के पहले हफ्ते तक महाराष्ट्र में उसकी सरकार बन जाएगी। संजय राउत ने कहा कि कल दोपहर तक सरकार की तस्वीर साफ हो जाएगी। इस बीच आज कांग्रेस और एनसीपी के बीच भी मीटिंग होने वाली है। इस मीटिंग में सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा किया जाएगा। मीटिंग में शामिल होने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के कई सीनियर नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। दरअसल ये मीटिंग मंगलवार को ही होनी थी लेकिन इस बैठक को आज के लिए टाल दिया गया था।
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