न्यूज डेस्क
डी कंपनी का सरगना और भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम क्या कभी भारत के हत्थे चढ़ेगा? क्या पाकिस्तान दाऊद को कभी भारत को सौपेगा? ऐसे कई सवाल दशकों से उठाया जा रहा है। आईएसआई और पाक सेना के संरक्षण में महफूज दाऊद दशकों से भारत के लिए सिरदर्द बना हुआ है। भारत द्वारा तमाम सुबूत सौंपने के बावजूद पाकिस्तान यह मामने को तैयार नहीं है कि दाऊद उसके यहां है।
आतंकी दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में स्थित अपने महफूज ठिकाने में छिपा हुआ है। अपनी सुरक्षा को लेकर दाउद इस कदर चिंतित है कि वह पिछले तीन साल से फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहा है। उसने इन तीन सालों में किसी से फोन पर बात नहीं किया है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक दाऊद अभी भी अपने साथियों के साथ पाकिस्तान में छिपा हुआ है। इसके पक्के सबूत मिले हैं। दिल्ली पुलिस ने उसका पिछला कॉल नवंबर 2016 में रिकॉर्ड किया था।
साल 2016 में देश की खुफिया एजेंसियों ने दाऊद का फोन 15 मिनट तक रिकॉर्ड किया। इसमें वह कराची से दुबई में मौजूद अपने सहयोगियों से बात कर रहा था। दाऊद फोन पर कह रहा था कि वह दिल की बीमारी से पीडि़त है और कराची के अस्पताल में भर्ती है। हालांकि तब डी कंपनी ने इस बात को नकार दिया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बातचीत के दौरान (2016 में) लगा कि उसने शराब पी रखी थी क्योंकि उसकी आवाज थोड़ी लडख़ड़ा रही थी। कुल मिलाकर बातचीत निजी थी और अंडरवल्र्ड की किसी गतिविधि या योजना का जिक्र नहीं हुआ था।
दाऊद के इस बातचीत के बाद भारतीय खुफिया एजेंसियों ने एक उच्चस्तरीय बैठक भी की थी। इस बैठक में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के शीर्ष अधिकारी शामिल थे।
पुलिस के अनुसार शायद वह फोन का इस्तेमाल करने से बच रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उसने कराची से अपना अड्डा बदल लिया है। हमारे पास यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि दाऊद और उसके गिरोह के करीबी सदस्य अभी तक पाकिस्तान से साजिश को अंजाम दे रहे हैं।
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