जुबिली न्यूज डेस्क
फिलहाल अमेरिका ने फाइजर-बायोटेक कोविड वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंज़ूरी दे दी है। अमेरिका में पहले से ही इसे मंज़ूरी देने का दबाव था। ,
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार फाइजर वैक्सीन को मंजूरी देने का अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स ऐडनिस्ट्रेशन यानी एफडीए पर दबाव था।
एफडीए के प्रमुख स्टीफन हान से कह दिया गया था कि वो या तो इस वैक्सीन को मंज़ूरी दें या पद छोड़ दें। हालांकि स्टीफन ने इन रिपोर्ट्स को गलत बताया था।
शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी एफडीए को लेकर ग़ुस्से में ट्वीट किया था। उन्होंने एफडीए को ‘पुराना’ और ‘धीमा कछुआ’ कहा था।
ट्रंप ने एफडीए के प्रमुख डॉ स्टीफन हान को संबोधित करते हुए लिखा था- डॉ हान गेम खेलना बंद कीजिए और जिंदगी बचाना शुरू कीजिए।
बीते गुरुवार को एफ डीए के विशेषज्ञों ने भी इस वैक्सीन की वकालत की थी। 23 सदस्यों के इस पैनल ने कहा था कि वैक्सीन से जोखिम कम और फायदे ज्यादा हैं। इसके बाद अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर तत्काल निर्णय लेने के लिए कहा था।
फाइजर वैक्सीन को ब्रिटेन, कनाडा बहरीन और सऊदी अरब ने पहले ही मंज़ूरी दे दी है। बुधवार को अमेरिका में कोविड-19 से 3000 लोगों की मौत हुई थी। यह एक दिन में कोरोना से मौत का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा था।
इसके बाद एफडीए ने अपने बयान में कहा था कि फाइजर वैक्सीन कंपनी को हालिया प्रगति को लेकर सूचित कर दिया गया है। एफडीए ने यह भी कहा था कि अमेरिकी सेंटर्स फोर डिजीज कंट्रोल और प्रिवेंशन एंड ऑपरेशन को भी वैक्सीन वितरण को लेकर आगाह कर दिया गया है।
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वॉशिंगटन पोस्ट ने तीन सूत्रों के हवाले से लिखा था कि व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोस ने एफडीए प्रमुख को आदेश दिया था कि वो शुक्रवार तक वैक्सीन को मंज़ूरी दें या अपना इस्तीफा भेज दें। अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ने पूरे विवाद पर कहा था कि वैक्सीन में राजनीतिक दबाव की कोई जगह नहीं है।
ब्रिटेन ने सबसे पहले मंजूरी
ब्रिटेन पहला देश है जिसने फाइजर द्वारा विकसित कोविड वैक्सीन के इस्तेमाल को मंज़ूरी दी थी। ब्रिटेन के दवा नियामक ने फाइजर को फिलहाल इस वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए एक अस्थायी मंज़ूरी दी है।
साथ ही कहा है कि यह टीका जो कोविड-19 से 95 प्रतिशत तक बचाव का दावा करता है, वह इस्तेमाल में लाए जाने के लिए सुरक्षित है।
पिछले सप्ताह ही ब्रिटेन के दवा नियामक ने इस वैक्सीन के इस्तेमाल की मंज़ूरी दी थी। हालांकि, ब्रिटेन में वैक्सीन लगवाना अनिवार्य नहीं है।
भारतीय दवा नियामक से भी मांगी अनुमति
दवा कंपनी ‘फाइजर इंडिया’ ने भारत में भी अपनी कोविड वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए भारतीय दवा नियामक (ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया) से अनुमति मांगी है।
ब्रिटेन और बहरीन में मंज़ूरी मिलने के बाद, कंपनी चाहती है कि उसे भारत में भी अपनी कोविड वैक्सीन की बिक्री और वितरण का अधिकार मिले।
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