- ममता बोलीं- कम से कम 10-12 लोगों की गई जान
- ओडिशा में तूफान से 3 लोगों ने गंवाई जान
न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अंफान तूफान ने भारी तबाही मचाई है। दोनों राज्यों में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। देर रात तक तेज बारिश और तूफानी हवाएं दोनों राज्यों को झकझोरती रही।
अंफान तूफान ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल को हिलाकर रख दिया। ऐसा तूफान बीते कई सालों में यहां के लोगों ने न तो देखा था और न ही सुना था। हवा की रफ्तार ऐसी थी मानो धरती पर जो कुछ भी है सब उखाड़कर उड़ा ले जाने को बेकरार है।
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ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चंद घटों में ही तूफान ने बहुत कुछ तबाह कर दिया। जब तक तूफान की रफ्तार थमी, कोलकाता में सब कुछ उलट पुलट हो चुका था। शहर में चारों तरफ पानी भर चुका था। गाडिय़ा नावों की तरह तैर रही थी। सड़कों पर पेड़ उखड़े पड़े थे। बड़े बड़े होर्डिंग, बिजली के पोल औंधे मुंह गिरे हुए थे।
बुधवार शाम के वक्त जब तूफान की रफ्तार बहुत तेज थी तो हावड़ा ब्रिज भी इसके आगे नतमस्तक हो चला। आंधी के झोंकों ने पुल को ऊपर से लेकर नीचे तक कुछ इस तरह अपने आगोश में ले लिया कि पुल दिखना ही बंद हो गया। हावड़ा में तूफानी हवाओं के जोर से एक स्कूल की छत देखते-देखते ही उड़ गई।
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अंफान तूफान ने बंगाल में जो तबाही मचाई है उसका निशान मिटने में काफी वक्त लगेगा। तबाही का मंजर बंगाल में कई जगहों पर है, तूफान के गुजर जाने के बाद उसके गहरे निशान हर तरफ बसरे है। राहत टीमें टूटे पेड़ों को सड़कों से हटाने में जुटी हैं, लेकिन काम खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। सड़कों पर पानी भरा होने के चलते राहत काम में और भी मुश्किल आ रही है।
बंगाल में समुद्र तट से टकराने के वक्त तूफान की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा पहुंच गई थी, जबकि कई घंटे बाद तक कोलकाता शहर में 130 किमी प्रति घंटे की तक की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं। अम्फान का सबसे ज्यादा कहर प. बंगाल के उत्तर 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना, मिदनापुर और कोलकाता में रहा।
बंगाल में 10-12 लोगों की मौत
पश्चिम बंगाल में तूफान से तबाही कितनी हुई इसका हिसाब किताब अभी बाकी है, लेकिन सीएम ममता बनर्जी के मुताबिक इस तूफान ने कम से कम 10-12 लोगों की जिदंगी लील ली। उनका कहना है कि डीएम, एसपी और प्रशासन के अधिकारी जमीनी स्तर पर हैं। अभी नंबर के बारे में सही जानकारी नहीं है, लेकिन 10-12 लोगों की मौत हुई है।
ओडिशा में तीन लोगों की मौत
बंगाल के मुकाबले ओडिशा में तूफान का कहर कुछ कम रहा। यहां ज्यादा असर बालासौर, भद्रक और केंद्रपाड़ा में दिखा लेकिन इन इलाकों में भी हवा की रफ्तार 110 किमी से ज्यादा नहीं रही। इसके बावजूद ओडिशा में अभी तक 3 लोगों की मौत की खबर है।
बंगाल और ओडिशा में करीब साढ़े 6 लाख लोग पहले ही सुरक्षित निकाले जा चुके थे। तूफान की चपेट में आने वालों की मदद के लिए एनडीआरएफ और अर्धसैनिक बल भी तैनात थे। कई लोगों को अस्पताल भी पहुंचाया गया लेकिन सभी लोग इतने खुशकिस्मत नहीं रहे।
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